सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट रामलीला के मंच पर रासलीला… खर्च नहीं निकला तो दे दिया ठेका, जांच शुरू

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निखिलेश प्रताप सिंह, गोरखपुर

यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रदेश में अयोध्‍या समेत अन्‍य जिलों में भी रामलीलाओं को भव्‍य मंच प्रदान करने के लिए रामलीला ग्राउंड और मंच का जीर्णोद्धार कराया. यूपी के गोरखपुर में भी बर्डघाट रामलीला मैदान को सरकार द्वारा पांच करोड़ रुपए खर्च कर बाउंड्री कराने के बाद मंच को भव्‍य रूप प्रदान किया गया. लेकिन आरोप है कि रामलीला समिति की ओर से इस ग्राउंड को साल का खर्च निकालने के लिए ठेके पर यानी टेंडर पर दे रिया गया. गरीब परिवारों की शादी तो दूर, यहां पर प्राइवेट ठेकेदार द्वारा बाकायदा दो से तीन लाख रुपए लेकर अमीर परिवार के लोगों के शादी समारोह कराया जा रहा है. एक वीडियो में तो सर्राफा मंडल के लोग होली समारोह के रात्रिभोज में बार बालाओं के साथ नाचते और रुपए लुटाते भी दिख रहे हैं.

गोरखपुर के बर्डघाट वार्ड नंबर 69 श्रीराम चौक के पार्षद प्रति‍निधि दिनेश गुप्‍ता ने मुख्‍यमंत्री और जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया है. उन्‍होंने नियम विरुद्ध टेंडर करने और शादी के आयोजनों के साथ बार-बालाओं के डांस और मांस-मदिरा तक ठेकेदार द्वारा बनवाने का आरोप लगाया है. उनका ये भी आरोप है कि किसी गरीब की बेटी की शादी के लिए रामलीला मैदान समिति उपलब्‍ध भले नहीं करवा पा रही है, लेकिन जिसे महज 13.50 लाख में नियम विरुद्ध टेंडर देकर रामलीला ग्राउंड सौंप दिया गया है, वो वहां पर अमीर परिवारों की शादी को दो से तीन लाख रुपए में बुक कर नियमों को ताक पर रखकर शादियों में रामलीला ग्राउंड और मंच पर बार बालाओं का डांस करवा रहा है. इस संबंध में यूपी के कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद ने भी जांच कराने और कार्रवाई की बात कही है.

पार्षद प्रतिनिधि दिनेश गुप्‍ता ने आरोप लगाया है कि समिति को टेंडर करने का अधिकार नहीं है. जबकि नियम विरुद्ध महज 13.50 लाख रुपए वार्षिक पर भाजपा के पूर्व पार्षद रहे संजय श्रीवास्‍तव को टेंडर दे दिया गया. वे बताते हैं कि मुख्‍यमंत्री ने समिति को मोहल्‍ले के गरीब परिवार की बेटे-‍बेटियों की शादी के लिए रामलीला मैदान को उपलब्‍ध कराने को तो कहा है, लेकिन दुर्भाग्‍यवश ऐसा नहीं हो पा रहा है. गरीब के बेटे-बेटियों के लिए रामलीला मैदान उपलब्‍ध नहीं है. हालांकि दिनेश गुप्‍ता ने इसकी शिकायत मुख्‍यमंत्री से की, तो जांच प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद से होते हुए गोरखपुर के जिलाधिकारी कृष्‍णा करुणेश के पास पहुंची और उन्‍होंने एडीएम सिटी और सिटी मजिस्‍ट्रेट को जांच अधिकारी नामित कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है. बिजली का प्रयोग मैरेज हाल में अवैध रूप से किया जा रहा है. वे बताते हैं कि ये सब तीन साल से चल रहा है. यहां 162 साल से चल रही रामलीला के मंच पर धार्मिक और सांस्‍कृतिक आयोजन की जगह बार बालाओं का डांस के साथ, मांस-मदिरा के सेवन के साथ रुपए की अनियमितता का आरोप भी लगाया गया है.

Nb Bharat News
Author: Nb Bharat News

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